मिलने का सिलसिला नहीं होता ,
तो ये दिल आपका नहीं होता ।
आपसे दिल लगा नहीं होता
आपसे वास्ता नहीं होता ।
मेरी चिंता की कुछ वजह होगी
बेवजह सोचना नहीं होता ।
धान तो बारिशों में ही होगा
बारिशों में चना नहीं होता ।
तुम मुझे भी पसंद आ जाते
मैं अगर दिलजला नहीं होता ।
फूल को सिर्फ़ देखना है "सुजान "
फूल को तोड़ना नहीं होता ।
जब हमारी कहासुनी हो जाए
कुछ दिनों बोलना नहीं होता ।
प्यार में जिंदगी लुटा दूँगा
हर कोई सिरफिरा नहीं होता ।
सब मिलेंगे वंहीं,जहाँ से "सुजान"
फिर कभी लौटना नहीं होता ।
:::सूबे सिंह सुजान :::
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