शनिवार, 30 मार्च 2024

विज्ञान केवल जागरूकता का दूसरा नाम है।

 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में हम जो कुछ भी हासिल करते हैं वह हम ख़ोज करते हैं ख़ोज शब्द से अर्थ स्पष्ट होता है कि उक्त वस्तु, विचार, तकनीक की हमने पहचान कर ली है,जान ली है, ख़ोज ली है। लेकिन वह मौजूद तो वातावरण में पहले से ही थी यह ख़ोज हमारी जागरूकता है।

जो लोग, व्यक्ति आम आदमी से हटकर अपनी जागरूकता को बढ़ावा देते हैं वह प्रकृति को ओर ज़्यादा पहचान लेते हैं और यह पहचान लेना ही विज्ञान का दूसरा नाम है।



शुक्रवार, 29 मार्च 2024

आज तक जो हुआ, वही होगा। सूबे सिंह सुजान

 आज तक, जो हुआ,वही होगा।

नाम इसका ही ज़िन्दगी होगा।

हाथ ख़ाली इमानदारी के,

साथ कोई न आदमी होगा।

लूटने वाला,हंस भी लेता है,

सच्चा इंसान ही दुखी होगा।

झूठ से काम कर लिया उसने,

सबको लगने लगा,सही होगा।

इसके आकार पर न जाईये,

आज नाला है कल नदी होगा।


सूबे सिंह सुजान


सोमवार, 11 मार्च 2024

आपसे दोस्ती असाधारण

 आदमी, आदमी असाधारण

हर किसी की खुशी असाधारण।


आपसे दोस्ती असाधारण 

फिर हुई दुश्मनी असाधारण।


सूबे सिंह सु


जान