बुधवार, 21 जून 2023

सनातन ही जीवन की उत्पत्ति है

 जीवन की उत्पत्ति में अलग अलग तत्वों का समावेश है इसलिए सनातन संस्कृति में प्रारंभ से पृथ्वी जल वायु अग्नि आकाश को देवता और देवी के रूप में पूजा जाता है यहां पर पूजने के अर्थ यही हैं जो इतना श्रेष्ठ या उत्तम है कि उसका कोई दूसरा विकल्प हमारे पास नहीं है इसलिए वह सर्वश्रेष्ठ, सर्वोत्तम है।उसका वरण करना जीवन को अपनाकर उसको नमस्कार करके धन्यवाद ज्ञापित किया जाना चाहिए यह कृतज्ञ होना है।

इसके अर्थ अपने आप में एकदम स्पष्ट व सटीक हैं वह अलग बात है कि हम कालांतर में यह विस्मृत कर गए या हमें किसी स्वार्थ वश किसी ने किसी नदी की तरह बांध बना बना कर अलग-अलग दिशाओं में नहर बना कर मोड़ दिया गया था और हम सटीक तथ्य को ही विस्मृत कर गए।

लेकिन दूसरी जगह यदि आप दृष्टिपात करें तो पाएंगे कि एक व्यक्ति, विचार को ही प्रमुखता दी जाती रही है और एक को ही श्रेष्ठ माना गया है और एक का जहां भी विस्तार होगा वह अहम, अहंकार, घमंड और अत्याचार से भरा होगा।

सत्य है कि जीवन एक तत्व से नहीं चल सकता है सभी तत्वों का समावेश ही जीवन है। लेकिन हैरत है कि जब हम सभी तत्वों के समिश्रण से जी रहे हैं तो भी एक को श्रेष्ठ मानते रहते हैं यह वास्तव में घोर मूर्खता के अतिरिक्त कुछ नहीं है।

सोमवार, 19 जून 2023

संघर्ष बनाम पेंशन

 पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति साइकिल यात्रा हरियाणा में निकाल रही है जब एक दिन हम भी उसमें भाग लेने गए तो आँखों देखा हाल बयां करने से न रहा गया। संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने कहा था कि हम तीन से चार हज़ार लोग स्वागत में खड़े होंगे लेकिन सामने जाकर देखने पर पता चला कि वहां पेंशन की मांग को लेकर अत्याधुनिक तकनीक से लैस वाहन ज़्यादा संख्या में खड़े थे इसके विपरीत लोग बहुत कम थे ऐसा लगा कि जैसे पुरानी पेंशन इन वाहनों, कार, मोटरसाइकिल,एक्टिवा व बड़े बड़े बंगले व कोठियों को चाहिए और इसलिए ये वाहन अपनी मांग करने के लिए जुटे थे। लोगों में एक प्रतिशत महिलाएं थी और नियानवें प्रतिशत घर पर उन एक प्रतिशत का मज़ाक़ उड़ाने में मशगूल रही। पुरुष की संख्या भी 8 प्रतिशत के आसपास रही और सभी सम्मानित पदाधिकारी अपने अपने मन में राजनेता होने का भ्रम और अहम दोनों पालकर सीने को फुला कर चल रहे थे तो वहीं जितने लोग स्वागत में खड़े थे वह केवल अपनी अपनी फोटो उतारने के लिए जद्दोजहद में ज्यादा मशगूल थे जैसे ही फोटो उतरी तो उनका पता नहीं चलता था कि किस रास्ते से गए हैं कुछ फोटो सोशल मीडिया पर ऐसी भी दिखाई दी जो अपने घर के आसपास ही ली गईं थीं और स्टेटस पर जगह पा रही थी लेकिन इसके बावजूद जितने भी लोग पहुंचे सब पेंशन योजना लागू होने से आस्वस्त दिखाई दे रहे थे। इस क्रम में विपक्षी दलों के एम एल ए व नेता आकर बहुत प्रसन्न दिखाई दे रहे थे उनको जैसे घर बैठे सर्वोत्कृष्ट व्यंजन मिल गया था और हम सब पेंशन योजना लागू होने की खुशी में देर रात तक घर लौटते हुए अपनी भूमिका पर बहुत खुश हो रहे थे।