my poetry मेरी गजलें और कवितायें
सम्बन्ध आपके थे मधुरता लिये हुये । जीवन में आये आप सरलता लिये हुये।। जीवन के साथ आँख मिचौली न कीजिये, जीवन सफल बनाओ निकटता लिये हुये।। सूबे सिंह सुजान
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