my poetry मेरी गजलें और कवितायें
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सुनो। अब आदमी बेखौफ होकर बात करते हैं।
यहाँ मन्दिर व मस्जिद,और पत्थर बात करते हैं।।
ज़माना ढूँढता है जिस खुदा को वो नहीं मिलता,
खुदा से तुम नहीं वो आपके डर बात करते हैं।।
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