मंगलवार, 5 नवंबर 2024

नमामि गंगे नमामि गंगे। गंगा नदी पर गीत।

 नमामि गंगे नमामि गंगे, नमामि गंगे नमामि गंगे।

तुम्हारी कृपा से जी रहे हैं ,

हर एक तन में तुम्हारा जल है।

तुम्हीं तो जीवन बना रही हो,

तुम्हीं से कल था, तुम्हीं से कल है।


कहीं पे मछली कहीं मगरमच्छ ,

कहीं पे मेंढक उछल रहे हैं।

हजारों लाखों करोड़ों जीवन,

तुम्हारी गोदी में पल रहे हैं।


जटा से शिव की हुई प्रवाहित 

लहर लहर सी लहर गई हैं 

असंख्य नाले असंख्य नहरें,

इधर गई हैं उधर गई हैं।



सूबे सिंह सुजान 


राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय हथीरा, कुरूक्षेत्र, हरियाणा 


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bile number 9416334841