सोमवार, 8 अगस्त 2011

रूबाई

1.दृढ पत्थर जलधार बदल देते हैं
मेहनतकश संसार बदल देते हैं
जो लोग कठिन कार्य को करते हैं
वह जीवन आधर बदल देते हैं
2.-
पल प्रतिपल यह देश बदलता जाये
हैं रंग नये वेश बदलता जाये
नवजागृति का काल उदित हो आया
अब भारत परिवेश बदलता जाये
        सूबे सिहं सुजान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें