गुरुवार, 11 अगस्त 2022

भावना

 बिना भावना कोई रिश्ता नहीं है

मगर भावना का दिखावा नहीं है।

जमे बर्फ अच्छी,तो पिघले भी अच्छी,

नदी क्या बनेगी,जो झरना नहीं है।


सूबे सिंह सुजान

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