मनुष्य ने अपने जीवन और पृथ्वी के धरातल से आकाश तक परिवर्तन की गति इतनी तीव्र कर दी है कि जीवन में और पृथ्वी पर कभी भी दुर्घटनाएं घट सकती हैं इसके लिए मनुष्य को अपनी पुरानी पीढ़ियों से सीखते रहना होगा अपने जीवन की धरोहरों को जितना हो सके सुरक्षित रखें।
आज जो पुराने लोग बचे हैं उनसे सीखना जरूरी है उनके काम करने के तरीकों को, खानपान की आदतों को, पर्यावरण को सुरक्षित करने,मृदा संरक्षण,भोजन, पेड़ पौधों,व मनुष्य में संस्कारों को सुरक्षित रखने के तौर तरीकों को सीखते रहना चाहिए वरना मनुष्य को अन्य प्राणियों की अपेक्षा ज्यादा नुक्सान झेलना पड़ सकता है।
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