sujankavi
my poetry मेरी गजलें और कवितायें
गुरुवार, 6 नवंबर 2025
अमेरिका, यूरोप का कम्युनिस्ट विचारधारा नामक सांप अब उनको डंसने लगा है।
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आचार्य चाणक्य ने कहा था कि जब दुश्मन अपने सर्वनाश की तरफ क़दम उठाए तो उसे रोकना, टोकना नहीं चाहिए उसके काम में व्यवधान नहीं डालना चाहिए क्य...
रविवार, 26 अक्टूबर 2025
नयी ग़ज़ल। सूबे सिंह सुजान
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घबराइए नहीं कभी भी कामकाज से हर काम कीजिए सदा अपने मिज़ाज से। सच के लिए विवाद नहीं, चर्चा ही करो, पीछे हटें न हम किसी भी ऐतराज से। जो बात...
मंगलवार, 16 सितंबर 2025
अपनी गरिमा को व्यक्ति ख़ुद नीचे गिरा लेते हैं।
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हर व्यक्ति का अपना एक अलग अलग स्वभाव, व्यक्तित्व होता है वह उसी प्रकार,कि जिस प्रकार उसकी शक्ल अलग-अलग, बुद्धि अलग अलग होती है। लेकिन यह तो...
शुक्रवार, 5 सितंबर 2025
भावनाओं से व्यापार करना कानूनी जुर्म घोषित होना चाहिए
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जीवन शैली में सभ्यता , संस्कृति व धर्म का महत्वपूर्ण योगदान रहा है उसके पश्चात संविधान व कानून का योगदान आया है लेकिन यदि संविधान का प्रयोग...
सोमवार, 25 अगस्त 2025
वर्षा ऋतु अपने उतरार्द्ध में अधिक यौवना हो गई है।
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ऐसा भी लगता है कि वर्षा ऋतु अपने उतरार्द्ध में अधिक यौवना हो गई है जहां जहां अभी तक पेड़ पौधे,बेलें,घास आदि प्यास से मर रहे थे और उदासीनता ...
गुरुवार, 7 अगस्त 2025
कवियों का चुटकुले सुनाना कवि होने पर सवाल खड़े करता है सूबे सिंह सुजान
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कवि सम्मेलन में जो लोग चुटकुले सुनाते हैं वह स्वयं ताली बजाने के लिए भी कहते हैं और जो लोग उनकी बात मान लेते हैं अर्थात अपनी बुद्धि का प्रय...
हिंदी पर मुसलसल ग़ज़ल - सूबे सिंह सुजान
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हिंदी पर मुसलसल ग़ज़ल - अपना स्वदेश भाव हिंदी में एकता का बहाव हिंदी में। देश में रोज़गार या व्यापार, और ही और बढ़ाव हिंदी में। दादा, माता...
शनिवार, 5 जुलाई 2025
वायु की दिशाएं रोग व निदान तय करती हैं।
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वायु की दिशाएं रोग व उनके निदान तय करती हैं। एक भारतीय किसान हवा के दिशाओं की ओर से बहने के लाभ व हानि को सदियों से जानते हैं और उनका अपनी ...
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