गुरुवार, 18 मई 2023

हज़ारों पेड़

 हज़ारों पेड़ परेशान आँधियों को देख,

ग़रीब चूल्हा मगर इस खुशी में झूम उठा।


सूबे सिंह सुजान 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें