शुक्रवार, 12 मार्च 2021

सच झूठ के ऊपर टिका है

 सारे सच , झूठ के ऊपर टिके हुए हैं।

अगर मैं सच के नीचे से,

झूठ को निकाल दूं,

तो सच गिर कर टूट जाएगा।

5 टिप्‍पणियां:

  1. सोचने पर मज़बूर करती ये पोस्ट बेहद ख़ूबसूरत व बिल्कुल हटके 👌👌

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    1. आपने इस पंक्ति का मर्म पहचाना है। इसके अर्थ बहुत व्यापक हैं। आपका हार्दिक धन्यवाद

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  2. बहुत बहुत आभार जी।
    आपकी टिप्पणी उत्साहित करती हैं

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