मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

महान व्यक्तित्व को बिना समझे ही पूजना मूर्खता की निशानी है

<*महान व्यक्तित्व को पूजने से पहले उसके विचारों को समझना जरूरी है* किसी भी महापुरुष,महान व्यक्तित्व को बिना समझे ही पूजने से ही गलती शुरू होती है । उनके विचारों को समझना जरूरी है वो अपने विचारों में जिंदा हैं और हम जिंदा रूप को देखना,सुनना नहीं चाहते जबकि मूर्त रूप को प्राथमिकता देते हैं । क्योंकि हम कर्महीनता के शिकार हैं यदि हम आम्बेडकर के विचारों पर चलेंगे तो हमें कर्म करना होगा और यही कर्म हम करने से बचना चाहते हैं *मनुष्य स्वभाव से ही केवल सुविधाएँ चाहता है वह भी दूसरों से* *सूबे सिंह सुजान* dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">

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