शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2023

बेसबब दिल में दर्द भर आया

 बेसबब दिल में दर्द भर आया

मुझको कोई नहीं नज़र आया


बेवजह लाद ली थी चेहरे पर,

मुस्कुराहट उतार कर आया।


शुक्रिया आपने दिए धोखे,

मुझको गुस्सा न आप पर आया


दिल लगाना बहुत जरूरी है,

होश भी दिल लगाने पर आया।


ए ख़ुदा इसकी भी ख़बर ले ले,

तेरे दर एक बेख़बर आया।


मेरा बिगड़ैल दिल भटकता था,

ठोकरें खा के राह पर आया।


है शुरुआत मुश्किलों भरी,

आगे आगे सहल सफ़र आया।


सूबे सिंह सुजान

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