sujankavi
my poetry मेरी गजलें और कवितायें
शुक्रवार, 18 अगस्त 2017
शेर - जो पीछे से वार करता है
जो भी पीछे से वार करता है।
दुश्मनी बेशुमार करता है।।।
जिसकी अपनी नहीं कोई इज्जत,
औरों की तार-तार करता है।। सुजान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें